[ad_1]
Liquid Diet: आपने यह बात जरूर सुनी होगी और खुद भी अनुभव किया होगा कि दुनिया में किसी एक या दो तरह के लोग नहीं होते. बल्कि हर इंसान का अपना अलग ही अंदाज होता है. यह बात सिर्फ कपड़े या खाना पसंद करने तक ही सीमित नहीं है. बल्कि जीवन जीने के तरीके से भी जुड़ी है. अगर अपना खुद का ध्यान रखने की बात करें तो कुछ लोग इसलिए परेशान होते हैं क्योंकि वे अपना ध्यान नहीं रखते. जबकि कुछ लोगों को इसलिए समस्या का सामना करना पड़ता है क्योंकि वे अपना आवश्यकता से कहीं अधिक ध्यान रखते हैं. यह स्थिति भी शरीर को नुकसान देने वाली होती है.
पानी पीने की बात ही लें
गर्मी के मौसम में पानी शरीर के लिए बहुत अधिक जरूरी हो जाता है. पानी के अलावा अन्य तरल पदार्थ जैसे, दूध, लस्सी, छाछ, शरबत इत्यादि का सेवन भी करना चाहिए ताकि शरीर को जरूरी मिनरल्स मिलते रहे. लेकिन कुछ लोग इतना कम पानी पीते हैं इतनी कम लिक्विड डायट लेते हैं कि उन्हें डिहाइड्रेशन का सामना करना पड़ता है.
त्वचा में रूखापन, सांसों से दुर्गंध आना, मुंह सूखना, एसिडिटी इत्यादि समस्याएं होने पर डॉक्टर्स इन्हें अधिक लिक्विड लेने की सलाह देते हैं. तो दूसरी तरफ ऐसे लोग होते हैं, जो इतना अधिक पानी पीते हैं कि डॉक्टर्स को इन्हें अधिक पानी ना पीने की सलाह देनी पड़ती है. क्योंकि इन लोगों को ये समस्याएं होने लगती हैं…
जी मिचलाना
उल्टी आना
सिर में दर्द रहना
ब्लड प्रेशर कम होना
एनर्जी की कमी महसूस होना
मांसपेशियों में कमजोरी
मांसपेशियों में अकड़न
बेचैनी बनी रहना
मूड खराब रहना
अगर आपको इस तरह की समस्याएं हो रही हैं और आपको लगता है कि आप दिनभर में पर्याप्त मात्रा में फ्लूइड और लिक्विड ले रहे हैं तो यह देखने की जरूरत है कि कहीं आप ओवर हाइड्रेशन तो नहीं कर रहे हैं. यानी शरीर को जरूरत से ज्यादा तरल पदार्थ देना.
ऐसे कंट्रोल करें अपनी आदत
आप जितना भी पानी पीते हैं, उसकी मात्रा पर गौर करें. आमतौर पर 3 से 4 लीटर लिक्विड लेने पर शरीर में किसी तरह की समस्या नहीं होती है. ये दिक्कतें तभी होती हैं, जब आप 8 लीटर या इससे अधिक तरल पदार्थ लेते हैं.
आप पानी की मात्रा को सीमित करके नारियल पानी, नींबू पानी, शरबत और सूप इत्यादि की मात्रा को बनाए रख सकते हैं. ये सभी लिक्विड डायट का ही हिस्सा हैं, इसलिए जब अपनी लिक्विड डायट को काउंट करें तो इन चीजों को भी शामिल करें. इससे आपको अपनी लिक्विड डायट की सही मात्रा पता चलेगी.
आप जो दिनभर में तीन से चार लीटर लिक्विड डायट लें, उसमें सूप, शरबत इत्यादि को भी काउंट करें.
चाय, कॉफी और कैफीन से बनी दूसरी ड्रिंक्स को लिक्विड डायट से अलग रखना बेहतर होता है. क्योंकि ये शरीर में पानी की कमी को दूर नहीं करतीं बल्कि शरीर से पानी अधिक मात्रा में बाहर निकालने का काम करती हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: सोने से पहले होने वाली बेचैनी को दूर करने के लिए अपनाएं 5 आसान टिप्स
यह भी पढ़ें: कभी-कभी बर्फ के पानी से नहाने के फायदे, जानें विधि
Liquid Diet: आपने यह बात जरूर सुनी होगी और खुद भी अनुभव किया होगा कि दुनिया में किसी एक या दो तरह के लोग नहीं होते. बल्कि हर इंसान का अपना अलग ही अंदाज होता है. यह बात सिर्फ कपड़े या खाना पसंद करने तक ही सीमित नहीं है. बल्कि जीवन जीने के तरीके से भी जुड़ी है. अगर अपना खुद का ध्यान रखने की बात करें तो कुछ लोग इसलिए परेशान होते हैं क्योंकि वे अपना ध्यान नहीं रखते. जबकि कुछ लोगों को इसलिए समस्या का सामना करना पड़ता है क्योंकि वे अपना आवश्यकता से कहीं अधिक ध्यान रखते हैं. यह स्थिति भी शरीर को नुकसान देने वाली होती है.
पानी पीने की बात ही लें
गर्मी के मौसम में पानी शरीर के लिए बहुत अधिक जरूरी हो जाता है. पानी के अलावा अन्य तरल पदार्थ जैसे, दूध, लस्सी, छाछ, शरबत इत्यादि का सेवन भी करना चाहिए ताकि शरीर को जरूरी मिनरल्स मिलते रहे. लेकिन कुछ लोग इतना कम पानी पीते हैं इतनी कम लिक्विड डायट लेते हैं कि उन्हें डिहाइड्रेशन का सामना करना पड़ता है.
त्वचा में रूखापन, सांसों से दुर्गंध आना, मुंह सूखना, एसिडिटी इत्यादि समस्याएं होने पर डॉक्टर्स इन्हें अधिक लिक्विड लेने की सलाह देते हैं. तो दूसरी तरफ ऐसे लोग होते हैं, जो इतना अधिक पानी पीते हैं कि डॉक्टर्स को इन्हें अधिक पानी ना पीने की सलाह देनी पड़ती है. क्योंकि इन लोगों को ये समस्याएं होने लगती हैं…
- जी मिचलाना
- उल्टी आना
- सिर में दर्द रहना
- ब्लड प्रेशर कम होना
- एनर्जी की कमी महसूस होना
- मांसपेशियों में कमजोरी
- मांसपेशियों में अकड़न
- बेचैनी बनी रहना
- मूड खराब रहना
अगर आपको इस तरह की समस्याएं हो रही हैं और आपको लगता है कि आप दिनभर में पर्याप्त मात्रा में फ्लूइड और लिक्विड ले रहे हैं तो यह देखने की जरूरत है कि कहीं आप ओवर हाइड्रेशन तो नहीं कर रहे हैं. यानी शरीर को जरूरत से ज्यादा तरल पदार्थ देना.
ऐसे कंट्रोल करें अपनी आदत
- आप जितना भी पानी पीते हैं, उसकी मात्रा पर गौर करें. आमतौर पर 3 से 4 लीटर लिक्विड लेने पर शरीर में किसी तरह की समस्या नहीं होती है. ये दिक्कतें तभी होती हैं, जब आप 8 लीटर या इससे अधिक तरल पदार्थ लेते हैं.
- आप पानी की मात्रा को सीमित करके नारियल पानी, नींबू पानी, शरबत और सूप इत्यादि की मात्रा को बनाए रख सकते हैं. ये सभी लिक्विड डायट का ही हिस्सा हैं, इसलिए जब अपनी लिक्विड डायट को काउंट करें तो इन चीजों को भी शामिल करें. इससे आपको अपनी लिक्विड डायट की सही मात्रा पता चलेगी.
- आप जो दिनभर में तीन से चार लीटर लिक्विड डायट लें, उसमें सूप, शरबत इत्यादि को भी काउंट करें.
- चाय, कॉफी और कैफीन से बनी दूसरी ड्रिंक्स को लिक्विड डायट से अलग रखना बेहतर होता है. क्योंकि ये शरीर में पानी की कमी को दूर नहीं करतीं बल्कि शरीर से पानी अधिक मात्रा में बाहर निकालने का काम करती हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: सोने से पहले होने वाली बेचैनी को दूर करने के लिए अपनाएं 5 आसान टिप्स
यह भी पढ़ें: कभी-कभी बर्फ के पानी से नहाने के फायदे, जानें विधि
[ad_2]
Source link