Food Poisoning: गर्मी और बारिश में अक्सर हो जाती है फूड पॉइजनिंग, ये हैं इसके लक्षण

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Food Poisoning Symptoms: गर्मी और बारिश के मौसम में फूड पॉइजनिंग होना एक आम समस्या है. हर साल लाखों लोग इस बीमारी की चपेट में आते हैं और हजारों लोगों की स्थिति बहुत गंभीर हो जाती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जिन लोगों में फूड पॉइजनिंग को शुरुआती स्तर पर पहचाना नहीं जाता है, उनके शरीर में पानी और मिनरल्स की कमी होने लगती है. इससे उनकी हालत गंभीर हो जाती है. इस आर्टिकल में आपको फूड पॉइजनिंग के लक्षण, कारण और बचाव के उपाय बताए जा रहे हैं…
फूड पॉइजनिंग के लक्षण

फूड पॉइजनिंग का पहला और मुख्य लक्षण है पेट दर्द, जी मिचलाना और माथे पर बहुत अधिक पसीना आना. ये तीनों लक्षण एक ही साथ नजर आते हैं. इसके बाद लूज मोशन और उल्टी की समस्या शुरू होती है.
फूड पॉइजनिंग होने पर ज्यादातर लोग इसके और फ्लू के लक्षणों में कंफ्यूज हो जाते हैं. लेकिन इन दोनों के लक्षणों में मुख्य अंतर यह है कि इसमें शुरुआत में ही पसीना बहुत अधिक आता है.
मरोड़ के साथ तेज पेट दर्द होना और टॉयलेट के चक्कर शुरू हो जाना, इसका दूसरा लक्षण है. इस दौरान पेट में बहुत अधिक गैस बनने की समस्या भी हो सकती है.
लगातार मन खराब होना, पानी पीने की इच्छा भी ना करना और उल्टी आना इस बीमारी के मुख्य लक्षणों में है. उल्टी में पेट का अपच भोजन निकलता है, पेट खाली महसूस होने लगता है लेकिन टाइट या बहुत सॉफ्ट हो सकता है.
फूड पॉइजनिंग और फ्लू दोनों के समय ही डायरिया की समस्या होती है. ऐसे में आप  डायरिया के प्रकार के आधार पर पता कर सकते हैं कि आपको कौन-सी समस्या है. फ्लू में डायरिया होने पर मोशन पानी की तरह होता है जबकि फूड पॉइजनिंग में डायरिया होने पर मोशन हेवी होता है और ब्लड आने की समस्या हो जाती है.

कितने दिन में होती है फूड पॉइजनिंग?

फूड पॉइजनिंग में ऐसा नहीं होता है कि आपने अभी कुछ गड़बड़ खाया और ये लक्षण दिखने शुरू हो जाएं. ये बीमारी आपको कितने दिन बाद घेरेगी यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपको कौन-सा भोजन खाने से यह समस्या हुई है. क्योंकि सभी फूड्स में अलग तरह के बैक्टीरिया पैदा होते हैं, जिनका असर 12 घंटे बाद से लेकर 70 दिन बाद तक हो सकता है.

बचाव के लिए करें ऐसा 

गर्मी और बारिश के मौसम में खाना अगर फ्रिज से बाहर ज्यादा समय तक रखा रह जाता है तो उसमें ई-कोली, साल्मोनेला,लिस्टेरिया जैसे बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं. ये पेट में जाकर इंफेक्शन को फैला देते हैं और फूड पॉइजनिंग की समस्या हो जाती है. इसलिए गर्मी और बारिश के मौसम में खाना तभी फ्रिज से बाहर निकालें, जब आपको इसका सेवन करना हो. 
बासी भोजन करने से परहेज करें और जितना संभव हो सके इन दोनों ही मौसम में बाहर का भोजन ना करें. बल्कि घर का खाना खाएं.
दूध और आलू से बनी चीजें यदि बासी हो गई हों तो इनका सेवन करने से बचना चाहिए.
सब्जियों और फलों को अच्छी तरह धोकर ही इनका उपयोग करना चाहिए. 

 
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: बहुत ध्यान से चुनने चाहिए ये फूड्स, थोड़ी-सी लापरवाही कर सकती है बीमार
यह भी पढ़ें: कटी हुई प्याज भी नहीं होगी खराब, स्टोर करने के लिए अपनाएं ये विधि
 

Food Poisoning Symptoms: गर्मी और बारिश के मौसम में फूड पॉइजनिंग होना एक आम समस्या है. हर साल लाखों लोग इस बीमारी की चपेट में आते हैं और हजारों लोगों की स्थिति बहुत गंभीर हो जाती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जिन लोगों में फूड पॉइजनिंग को शुरुआती स्तर पर पहचाना नहीं जाता है, उनके शरीर में पानी और मिनरल्स की कमी होने लगती है. इससे उनकी हालत गंभीर हो जाती है. इस आर्टिकल में आपको फूड पॉइजनिंग के लक्षण, कारण और बचाव के उपाय बताए जा रहे हैं…

फूड पॉइजनिंग के लक्षण

  • फूड पॉइजनिंग का पहला और मुख्य लक्षण है पेट दर्द, जी मिचलाना और माथे पर बहुत अधिक पसीना आना. ये तीनों लक्षण एक ही साथ नजर आते हैं. इसके बाद लूज मोशन और उल्टी की समस्या शुरू होती है.
  • फूड पॉइजनिंग होने पर ज्यादातर लोग इसके और फ्लू के लक्षणों में कंफ्यूज हो जाते हैं. लेकिन इन दोनों के लक्षणों में मुख्य अंतर यह है कि इसमें शुरुआत में ही पसीना बहुत अधिक आता है.
  • मरोड़ के साथ तेज पेट दर्द होना और टॉयलेट के चक्कर शुरू हो जाना, इसका दूसरा लक्षण है. इस दौरान पेट में बहुत अधिक गैस बनने की समस्या भी हो सकती है.
  • लगातार मन खराब होना, पानी पीने की इच्छा भी ना करना और उल्टी आना इस बीमारी के मुख्य लक्षणों में है. उल्टी में पेट का अपच भोजन निकलता है, पेट खाली महसूस होने लगता है लेकिन टाइट या बहुत सॉफ्ट हो सकता है.
  • फूड पॉइजनिंग और फ्लू दोनों के समय ही डायरिया की समस्या होती है. ऐसे में आप  डायरिया के प्रकार के आधार पर पता कर सकते हैं कि आपको कौन-सी समस्या है. फ्लू में डायरिया होने पर मोशन पानी की तरह होता है जबकि फूड पॉइजनिंग में डायरिया होने पर मोशन हेवी होता है और ब्लड आने की समस्या हो जाती है.

कितने दिन में होती है फूड पॉइजनिंग?

  • फूड पॉइजनिंग में ऐसा नहीं होता है कि आपने अभी कुछ गड़बड़ खाया और ये लक्षण दिखने शुरू हो जाएं. ये बीमारी आपको कितने दिन बाद घेरेगी यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपको कौन-सा भोजन खाने से यह समस्या हुई है. क्योंकि सभी फूड्स में अलग तरह के बैक्टीरिया पैदा होते हैं, जिनका असर 12 घंटे बाद से लेकर 70 दिन बाद तक हो सकता है.

बचाव के लिए करें ऐसा 

  • गर्मी और बारिश के मौसम में खाना अगर फ्रिज से बाहर ज्यादा समय तक रखा रह जाता है तो उसमें ई-कोली, साल्मोनेला,लिस्टेरिया जैसे बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं. ये पेट में जाकर इंफेक्शन को फैला देते हैं और फूड पॉइजनिंग की समस्या हो जाती है. इसलिए गर्मी और बारिश के मौसम में खाना तभी फ्रिज से बाहर निकालें, जब आपको इसका सेवन करना हो. 
  • बासी भोजन करने से परहेज करें और जितना संभव हो सके इन दोनों ही मौसम में बाहर का भोजन ना करें. बल्कि घर का खाना खाएं.
  • दूध और आलू से बनी चीजें यदि बासी हो गई हों तो इनका सेवन करने से बचना चाहिए.
  • सब्जियों और फलों को अच्छी तरह धोकर ही इनका उपयोग करना चाहिए. 

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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