ABP Ideas of India: आदित्य बिरला एजुकेशन ट्रस्ट की नीरजा बिरला बोलीं, देश में मेंटल हेल्थ को लेकर जागरुकता का है अभाव

[ad_1]

Ideas Of India:  ABP Ideas of India के समिट के दूसरे दिन आदित्य बिरला एजुकेशन ट्रस्ट की फाउंडर और चेयरपर्सन नीरजा बिरला ने शिरकत की. नीरला बिरला मेंटल हेल्थ के क्षेत्र में कार्य कर रही हैं. नीरजा ने कहा कि मेंटल हेल्थ पर बहुत ज्यादा बात नहीं की जाती है. छह पहले जब हमने इस पर काम शुरू किया था तो इस विषय पर बात नहीं की जाती थी. नीरजा बिरला ने बताया कि मेंटल हेल्थ को काम करने वाली उनकी संस्था एमपावर को लेकर उन्होंने प्रेस कांफ्रेस किया तो केवल दो पत्रकार आये. उन्होंने कहा कि मेंटल हेल्थ को लेकर जागरुकता का अभाव है. इलाज का अभाव है. हम उसी को भरने को प्रयास कर रहे है लोगों को जागरुक कर रहे हैं और सही इलाज कैसे हो इसका भी प्रयास कर रहे हैं. 
नीरजा बिरला ने बताया कि जागरुकता खुद अपने ऊपर से शुरू करना चाहिए. नीरजा जो खुद मेंटल हेल्थ के दौर से गुजर चुकी हैं, उन्होंने कहा कि, जब मेरी बेटी अनन्या का जन्म हुआ तो मैं डिप्रेशन की शिकार हो गई. मुझे गिल्टी महसूस होता था. मैं कुछ बेटी के लिए नहीं कर पा रही थी. परिवार में सब परेशान थे. तब मैंने मेंटल हेल्थ के बारे में पढ़ा, पोस्टपार्टम डिप्रेशन के बारे में पढ़ा. अगर मुझे पहले से पता होता तो मैं पहले ही इसका मुकाबले करती. नीरजा ने कहा कि इस अवस्ता के लिए पहले से तैयारी करनी चाहिए. बच्चों में भी मेंटल हेल्थ की शिकायत देखी जा रही है. स्कूल के समय से ही जागरुकता बढ़ाना चाहिए. शिक्षकों की इसमें भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है. 

 
नीरजा ने बताया कि Mpower Mind mental health curriculum वैसा ही जैसे ही जैसे Maths Curriculum, History Curriculum  है जो शुरुआती उम्र से शुरु होता है. इसमें बाताया जाता है कि मेंटल हेल्थ इश्यू क्या है. इससे बच्चों को शुरुआत से ही इसे समझने में आसानी होती है कि उसे क्या समस्या है और उसका क्या निदान कैसे निकालना चाहिए. नीरला ने बताया कि मेंटल हेल्थ की समस्या है तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. ये समझना होगा कि जो लोग बहुत कुछ जीवन में हासिल करते हैं उनके साथ ही मेंटल हेल्थ की समस्या होती है. 
नीरजा बिरला ने बताया कि उनकी संस्था सीआईएसएफ ( Central Industrial Security Forces) से साथ मिलकर काम कर रही है. नीरजा बिरला ने कहा कि अगर लोग मेंटल हेल्थ से जुड़े इश्यू पर बात करना चाहते हैं तो वो उनसे संपर्क कर सकते हैं. 180-120-820050 पर कॉल करके मेंटल हेल्थ के इश्यू से जुड़ी बातों पर मदद हासिल कर सकते हैं. ये बहुत ही गंभीर मुद्दा है जिस पर देश में अभी भी जागरुकता की कमी है और इसे बढ़ाना जरूरी है. 
नीरला बिरला के साथ शो को मौडरेट करने वाली अभिनेत्री गुल पनाग ने कहा कि जैसे ही मेंटल हेल्थ की बात होती है तो कॉम्पिटेंस को लेकर सवाल उठने लगता है. गुल पनाग ने कहा कि जब लोगों को बुखार होता है तो तो इसी बात की जाती है लेकिन मेंटल हेल्थ की बात नहीं होती. 

ये भी पढ़ें 
ABP Ideas of India: इंफोसिस के एन आर नारायण मूर्ति बोले, डिजिटाइजेशन से मिल सकती है देश के आर्थिक विकास को रफ्तार
Cryptocurrency Update: सरकार क्रिप्टोकरेंसी में निवेश पर टैक्स प्रावधान को करने जा रही सख्त, वित्त विधेयक 2022 में रखा ये संशोधन प्रस्ताव



 


 

Ideas Of India:  ABP Ideas of India के समिट के दूसरे दिन आदित्य बिरला एजुकेशन ट्रस्ट की फाउंडर और चेयरपर्सन नीरजा बिरला ने शिरकत की. नीरला बिरला मेंटल हेल्थ के क्षेत्र में कार्य कर रही हैं. नीरजा ने कहा कि मेंटल हेल्थ पर बहुत ज्यादा बात नहीं की जाती है. छह पहले जब हमने इस पर काम शुरू किया था तो इस विषय पर बात नहीं की जाती थी. नीरजा बिरला ने बताया कि मेंटल हेल्थ को काम करने वाली उनकी संस्था एमपावर को लेकर उन्होंने प्रेस कांफ्रेस किया तो केवल दो पत्रकार आये. उन्होंने कहा कि मेंटल हेल्थ को लेकर जागरुकता का अभाव है. इलाज का अभाव है. हम उसी को भरने को प्रयास कर रहे है लोगों को जागरुक कर रहे हैं और सही इलाज कैसे हो इसका भी प्रयास कर रहे हैं. 

नीरजा बिरला ने बताया कि जागरुकता खुद अपने ऊपर से शुरू करना चाहिए. नीरजा जो खुद मेंटल हेल्थ के दौर से गुजर चुकी हैं, उन्होंने कहा कि, जब मेरी बेटी अनन्या का जन्म हुआ तो मैं डिप्रेशन की शिकार हो गई. मुझे गिल्टी महसूस होता था. मैं कुछ बेटी के लिए नहीं कर पा रही थी. परिवार में सब परेशान थे. तब मैंने मेंटल हेल्थ के बारे में पढ़ा, पोस्टपार्टम डिप्रेशन के बारे में पढ़ा. अगर मुझे पहले से पता होता तो मैं पहले ही इसका मुकाबले करती. नीरजा ने कहा कि इस अवस्ता के लिए पहले से तैयारी करनी चाहिए. बच्चों में भी मेंटल हेल्थ की शिकायत देखी जा रही है. स्कूल के समय से ही जागरुकता बढ़ाना चाहिए. शिक्षकों की इसमें भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है. 

 

नीरजा ने बताया कि Mpower Mind mental health curriculum वैसा ही जैसे ही जैसे Maths Curriculum, History Curriculum  है जो शुरुआती उम्र से शुरु होता है. इसमें बाताया जाता है कि मेंटल हेल्थ इश्यू क्या है. इससे बच्चों को शुरुआत से ही इसे समझने में आसानी होती है कि उसे क्या समस्या है और उसका क्या निदान कैसे निकालना चाहिए. नीरला ने बताया कि मेंटल हेल्थ की समस्या है तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. ये समझना होगा कि जो लोग बहुत कुछ जीवन में हासिल करते हैं उनके साथ ही मेंटल हेल्थ की समस्या होती है. 

नीरजा बिरला ने बताया कि उनकी संस्था सीआईएसएफ ( Central Industrial Security Forces) से साथ मिलकर काम कर रही है. नीरजा बिरला ने कहा कि अगर लोग मेंटल हेल्थ से जुड़े इश्यू पर बात करना चाहते हैं तो वो उनसे संपर्क कर सकते हैं. 180-120-820050 पर कॉल करके मेंटल हेल्थ के इश्यू से जुड़ी बातों पर मदद हासिल कर सकते हैं. ये बहुत ही गंभीर मुद्दा है जिस पर देश में अभी भी जागरुकता की कमी है और इसे बढ़ाना जरूरी है. 

नीरला बिरला के साथ शो को मौडरेट करने वाली अभिनेत्री गुल पनाग ने कहा कि जैसे ही मेंटल हेल्थ की बात होती है तो कॉम्पिटेंस को लेकर सवाल उठने लगता है. गुल पनाग ने कहा कि जब लोगों को बुखार होता है तो तो इसी बात की जाती है लेकिन मेंटल हेल्थ की बात नहीं होती. 

ये भी पढ़ें 

ABP Ideas of India: इंफोसिस के एन आर नारायण मूर्ति बोले, डिजिटाइजेशन से मिल सकती है देश के आर्थिक विकास को रफ्तार

Cryptocurrency Update: सरकार क्रिप्टोकरेंसी में निवेश पर टैक्स प्रावधान को करने जा रही सख्त, वित्त विधेयक 2022 में रखा ये संशोधन प्रस्ताव



 

[ad_2]

Source link

Related posts

Nayanthara: The Meteoric Rise from South to Bollywood and the Bhansali Buzz 1

Anil Kapoor at TIFF 2023 for “Thank You For Coming” premiere.

“Jawan Day 2 Box Office Projections: Shah Rukh Khan’s film registers Hindi cinema’s highest Friday earnings; Collects Rs 46 crores net”