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कुछ बीमारियों या इंफेक्श को सिर्फ सर्दियों से जोड़कर देखा जाता है. लेकिन ये समस्याएं उन लोगों को गर्मी में भी परेशान कर सकती हैं, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर होती है. बार-बार जुकाम, खांसी, बुखार होना तो कभी लू लगना या लूज मोशन होना. इस तरह की समस्याओं से लगातार परेशान रहना इस बात का संकेत है कि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता उतनी अच्छी नहीं है जितनी की होनी चाहिए. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने के लिए आपको अपनी डायट के साथ ही लाइफस्टाइल पर भी फोकस करना होता है. आज हम यहां आपको उन सब्जियों के बारे में बता रहे हैं, जो आपकी डेली डायट में जरूर शामिल होनी चाहिए.
क्योंकि ये सब्जियां आपके शरीर को जरूरी पोषण देने के साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती हैं. पाचन को बेहतर बनाती हैं और शरीर को मजबूती देने का काम करती हैं. आप हर दिन इनमें से एक सब्जी जरूर खाएं. साथ ही तीनों समय के भोजन में एक-एक सब्जी का सेवन करें…
शिमला मिर्च
कच्चा केला
लौकी
तुरई
कटहल
हरी प्याज
ब्रोकली
लहसुन
हमारी यंग जनरेशन मानती है मोस्ट बोरिंग वेजिटेबल
यहां जितनी सब्जियों के बारे में बताया गया है, उनमें लहसुन, हरी प्याज और तुरई को हमारी यंग जनरेशन मोस्ट बोरिंग वेजिटेबल मानती है. इसलिए हम यहां इन तीनों सब्जियों को स्वादिष्ट तरीके से खाने के विधि बता रहे हैं. लहसुन का सेवन आप अचार, चटनी और सब्जी को फ्राई करते समय मसाले के रूप में भी कर सकती हैं. लेकिन हर दिन के भोजन में इसे जरूर खाएं. लहसुन बहुत अधिक गर्म होता है इसलिए गर्मी के सीजन में लहसुन की कच्ची कली खाने से बचना चाहिए.
हरी प्याज को आप सब्जी के रूप में खा सकते हैं. या फिर दाल के साथ मिक्स करके इसे बना सकते हैं. मिक्स वेज में भी इसका उपयोग किया जा सकता है. हरी प्याज शरीर के दोषों को संतुलित रखने में मदद करती है और आपको कई तरह की बीमारियों से बचाती है.
अब बात करते हैं तुरई की. तुरई को तोरी भी कहा जाता है. यह सब्जी भी बच्चों और युवाओं को बहुत बोरिंग लगती है. इसलिए आप इसे कोफते के रूप में, ड्राई सब्जी के रूप में या फिर प्याज के साथ मिक्स करके और चने की दाल के साथ मिलाकर भी बना सकते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: दिन में कितनी बार खाते हैं आप? अच्छे मेटाबॉलिज़म के लिए छोड़ दें छोटे-छोटे मील्स लेना
यह भी पढ़ें: थकान और सिरदर्द बना रहता है? शरीर में हो सकती है इस विटामिन की कमी
कुछ बीमारियों या इंफेक्श को सिर्फ सर्दियों से जोड़कर देखा जाता है. लेकिन ये समस्याएं उन लोगों को गर्मी में भी परेशान कर सकती हैं, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर होती है. बार-बार जुकाम, खांसी, बुखार होना तो कभी लू लगना या लूज मोशन होना. इस तरह की समस्याओं से लगातार परेशान रहना इस बात का संकेत है कि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता उतनी अच्छी नहीं है जितनी की होनी चाहिए. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने के लिए आपको अपनी डायट के साथ ही लाइफस्टाइल पर भी फोकस करना होता है. आज हम यहां आपको उन सब्जियों के बारे में बता रहे हैं, जो आपकी डेली डायट में जरूर शामिल होनी चाहिए.
क्योंकि ये सब्जियां आपके शरीर को जरूरी पोषण देने के साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती हैं. पाचन को बेहतर बनाती हैं और शरीर को मजबूती देने का काम करती हैं. आप हर दिन इनमें से एक सब्जी जरूर खाएं. साथ ही तीनों समय के भोजन में एक-एक सब्जी का सेवन करें…
- शिमला मिर्च
- कच्चा केला
- लौकी
- तुरई
- कटहल
- हरी प्याज
- ब्रोकली
- लहसुन
हमारी यंग जनरेशन मानती है मोस्ट बोरिंग वेजिटेबल
यहां जितनी सब्जियों के बारे में बताया गया है, उनमें लहसुन, हरी प्याज और तुरई को हमारी यंग जनरेशन मोस्ट बोरिंग वेजिटेबल मानती है. इसलिए हम यहां इन तीनों सब्जियों को स्वादिष्ट तरीके से खाने के विधि बता रहे हैं. लहसुन का सेवन आप अचार, चटनी और सब्जी को फ्राई करते समय मसाले के रूप में भी कर सकती हैं. लेकिन हर दिन के भोजन में इसे जरूर खाएं. लहसुन बहुत अधिक गर्म होता है इसलिए गर्मी के सीजन में लहसुन की कच्ची कली खाने से बचना चाहिए.
हरी प्याज को आप सब्जी के रूप में खा सकते हैं. या फिर दाल के साथ मिक्स करके इसे बना सकते हैं. मिक्स वेज में भी इसका उपयोग किया जा सकता है. हरी प्याज शरीर के दोषों को संतुलित रखने में मदद करती है और आपको कई तरह की बीमारियों से बचाती है.
अब बात करते हैं तुरई की. तुरई को तोरी भी कहा जाता है. यह सब्जी भी बच्चों और युवाओं को बहुत बोरिंग लगती है. इसलिए आप इसे कोफते के रूप में, ड्राई सब्जी के रूप में या फिर प्याज के साथ मिक्स करके और चने की दाल के साथ मिलाकर भी बना सकते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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