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वैसे तो कोई भी व्यक्ति अपने बिस्तर से किसी भी तरह का समझौता नहीं करना चाहता है और खासकर तब जब कोई इंसान बेहद थका हारा हो. कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें अपने बिस्तर के अलावा नींद तक नहीं आती है.लोग अपने बिस्तर और गद्दे को अपने हिसाब से बनवाते है, जैसे कुछ लोगों को पीठ की तकलीफ होती है वह पतला गद्दा बनवाना पसंद करते हैं. ताकि शरीर में किसी तरह का तकलीफ न हो. माना कि यह उनके शरीर को आराम पहुंचता है, लेकिन आपको बता दें शरीर को सबसे ज्यादा आराम तब मिलना शुरु होगा जब आप बिस्तर को छोड़ जमीन पर सोना शुरू कर देंगे. यह सुनकर आपको भी काफी हैरानी हो रही होगी, लेकिन यह बात सच है कि जमीन पर सोने से न केवल पीठ का दर्द गायब होता है, बल्कि शरीर को ढ़ेर सारे फायदे भी मिलते है. ऐसे में भले ही शुरुवाती में थोड़ी से दिक्कत हो, लेकिन जमीन पर ही सोना चाहिए. जानते हैं जमीन पर कैसे सोना चाहिए और इससे क्या फायदे मिलते हैं ?
जमीन पर किस तरह सोएं
1- जमीन पर सोने के लिए एक पतली चटाई का इस्तेमाल करें और यदि आपको बहुत ज्यादा असुविधा महसूस हो रही है तो चटाई पर पतला सा गद्दा बिछा लें, क्योंकि इससे हड्डियों का एलाइनमेंट सही रहता है. 2- हमेशा अपनी पीठ के बल ही सोएं ताकि इससे आपके पीठ को आराम मिले.3- शुरूआत में आप एक पतले से तकिये का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन आदत डालें कि आप बिना तकिये का ही सोएं, क्योंकि इससे सांस लेने की दिक्कत दूर होती है.4- नरम गद्दे का इस्तेमाल न करें, क्योकि उससे धीरे-धीरे शरीर के कुछ अंगों में दर्द सा महसूस होने लगता है.
जमीन पर सोने के फायदें
रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ रखता है- जब आप जमीन पर सोते है तो रीढ़ की हड्डी अकड़ती नहीं है वहीं जब आप बिस्तर पर सोते हैं रीढ़ की हड्डी अक्सर अकड़ जाती है, जिसका असर सीधा सीधा मस्तिष्क पर पड़ता है. दरअसल रीढ़ की हड्डी सेंट्रल नर्वस सिस्टम से जुड़ी होती है और वह सीधा मस्तिष्क से कनेक्टेड होती है, ऐसे में जमीन पर सोना हो सकता है आपके लिए लाभदायक.
मांसपेशियों को रखता है स्वस्थ- दरअसल जमीन पर सोने से कंधे और कूल्हे की मांसपेशियों को बेहद्द आराम मिलता है और मांसपेशियों के कारण ही अक्सर पीठ दर्द, कन्धा दर्द, गर्दन दर्द आदि की समस्याएं होती है. ऐसे में मांसपेशियों को आराम देना सबसे ज्यादा अनिवार्य है.
पीठ दर्द को देता है राहत- जब आप जमीन पर सोते है तो सबसे पहला फायदा पीठ को होता है क्योंकि पीठ को जमीन पर ही राहत मिलती है.
शरीर का तापमान रहता है कम- जब आप बिस्तर पर सोते है तो शरीर की गर्मी बढ़ जाती है जिस वजह से शरीर का तापमान भी बढ़ने लगते है. वही दूसरी ओर जमीन पर सोने से शरीर में ठंडक महसूस होती है, जिस वजह से शरीर का तापमान रहता है सही.
ब्लड सर्कुलेशन रहता है कंट्रोल- जमीन पर सोने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है जिस वजह से मांसपेशियों को मिलता है बेहद्द आराम.
तनाव होता है कम- जमीन पर सोने से मस्तिष्क को मिलती है शांति जो तनाव को अपने आप कम कर देता है.
इस तरह जमीन पर सोने से मिलेंगे शरीर को ढेर सारे फायदें तो इस बात का ख़ास ध्यान रखें कि यदि आप इन समस्याओं से पाना चाहते है छुटकारा तो आज से ही शुरू करें जमीन पर सोना.
ये भी पढ़ें: गर्मी में इस तरह बढ़ाएं इम्यूनिटी, कोरोना से खतरे से रहें सुरक्षित
वैसे तो कोई भी व्यक्ति अपने बिस्तर से किसी भी तरह का समझौता नहीं करना चाहता है और खासकर तब जब कोई इंसान बेहद थका हारा हो. कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें अपने बिस्तर के अलावा नींद तक नहीं आती है.लोग अपने बिस्तर और गद्दे को अपने हिसाब से बनवाते है, जैसे कुछ लोगों को पीठ की तकलीफ होती है वह पतला गद्दा बनवाना पसंद करते हैं. ताकि शरीर में किसी तरह का तकलीफ न हो. माना कि यह उनके शरीर को आराम पहुंचता है, लेकिन आपको बता दें शरीर को सबसे ज्यादा आराम तब मिलना शुरु होगा जब आप बिस्तर को छोड़ जमीन पर सोना शुरू कर देंगे. यह सुनकर आपको भी काफी हैरानी हो रही होगी, लेकिन यह बात सच है कि जमीन पर सोने से न केवल पीठ का दर्द गायब होता है, बल्कि शरीर को ढ़ेर सारे फायदे भी मिलते है. ऐसे में भले ही शुरुवाती में थोड़ी से दिक्कत हो, लेकिन जमीन पर ही सोना चाहिए. जानते हैं जमीन पर कैसे सोना चाहिए और इससे क्या फायदे मिलते हैं ?
जमीन पर किस तरह सोएं
1- जमीन पर सोने के लिए एक पतली चटाई का इस्तेमाल करें और यदि आपको बहुत ज्यादा असुविधा महसूस हो रही है तो चटाई पर पतला सा गद्दा बिछा लें, क्योंकि इससे हड्डियों का एलाइनमेंट सही रहता है.
2- हमेशा अपनी पीठ के बल ही सोएं ताकि इससे आपके पीठ को आराम मिले.
3- शुरूआत में आप एक पतले से तकिये का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन आदत डालें कि आप बिना तकिये का ही सोएं, क्योंकि इससे सांस लेने की दिक्कत दूर होती है.
4- नरम गद्दे का इस्तेमाल न करें, क्योकि उससे धीरे-धीरे शरीर के कुछ अंगों में दर्द सा महसूस होने लगता है.
जमीन पर सोने के फायदें
रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ रखता है- जब आप जमीन पर सोते है तो रीढ़ की हड्डी अकड़ती नहीं है वहीं जब आप बिस्तर पर सोते हैं रीढ़ की हड्डी अक्सर अकड़ जाती है, जिसका असर सीधा सीधा मस्तिष्क पर पड़ता है. दरअसल रीढ़ की हड्डी सेंट्रल नर्वस सिस्टम से जुड़ी होती है और वह सीधा मस्तिष्क से कनेक्टेड होती है, ऐसे में जमीन पर सोना हो सकता है आपके लिए लाभदायक.
मांसपेशियों को रखता है स्वस्थ- दरअसल जमीन पर सोने से कंधे और कूल्हे की मांसपेशियों को बेहद्द आराम मिलता है और मांसपेशियों के कारण ही अक्सर पीठ दर्द, कन्धा दर्द, गर्दन दर्द आदि की समस्याएं होती है. ऐसे में मांसपेशियों को आराम देना सबसे ज्यादा अनिवार्य है.
पीठ दर्द को देता है राहत- जब आप जमीन पर सोते है तो सबसे पहला फायदा पीठ को होता है क्योंकि पीठ को जमीन पर ही राहत मिलती है.
शरीर का तापमान रहता है कम- जब आप बिस्तर पर सोते है तो शरीर की गर्मी बढ़ जाती है जिस वजह से शरीर का तापमान भी बढ़ने लगते है. वही दूसरी ओर जमीन पर सोने से शरीर में ठंडक महसूस होती है, जिस वजह से शरीर का तापमान रहता है सही.
ब्लड सर्कुलेशन रहता है कंट्रोल- जमीन पर सोने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है जिस वजह से मांसपेशियों को मिलता है बेहद्द आराम.
तनाव होता है कम- जमीन पर सोने से मस्तिष्क को मिलती है शांति जो तनाव को अपने आप कम कर देता है.
इस तरह जमीन पर सोने से मिलेंगे शरीर को ढेर सारे फायदें तो इस बात का ख़ास ध्यान रखें कि यदि आप इन समस्याओं से पाना चाहते है छुटकारा तो आज से ही शुरू करें जमीन पर सोना.
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